Stories & Remedies
Penned By - Our lovely mother !

जायफल के फायदे!
छोटे बच्चों के लिए जायफल घर में डॉक्टर का काम करता है। छोटे बच्चों के शरीर में हर समय कोई न कोई दिक्कत बनी रहती है, कभी उन्हें दस्त की शिकायत हो जाती है तो कभी खांसी या जुकाम की। ऐसे में जायफल फायदेमंद साबित होता है। 9 महीने से छोटे बच्चों को भी मां के दूध में जायफल का चूर्ण मिलाकर देने से दस्त और खांसी- जुकाम जैसी शिकायत में राहत मिलती है।

दालचीनी के गुण सेहतमंद दिल के लिए!
दिल की बीमारी से बचाव करने के लिए भी जाना जाता है। 1 ग्राम या फिर ½ चम्मच रोजाना खून बनने में मदद कर सकते हैं। इसके साथ ही खराब कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम और अच्छे कोलेस्ट्रॉल का लेवल ज्यादा बनाए रखने में मदद करते हैं।

हल्दी एक फायदे अनेक !
हल्दी अपने आप में बहुत अच्छी ऐन्टिसेप्टिक है। किसी भी घाव पर हल्दी और गरम तेल लगाने से वह जल्दी ठीक हो जाता है। यह तो सभी जानते हैं कि गुम चोट लगने पर पिसी हल्दी को गर्म दूध में मिलाकर सेवन करना चाहिए। नमक मिली हल्दी को मंजन की तरह प्रयोग करने से दांतों का पीलापन तो दूर होता ही है मसूढों में भी मजबूती आती है। हल्दी में विष हरने का गुण भी पाया जाता है। किसी विषैले कीड़े के काटने पर तुरन्त हल्दी को घिसकर उसके लेप में नींबू का रस मिलाकर प्रभावित अंग पर लगाया जाना चाहिए।

मुलहठी के चमत्कारी फ़ायदे!
मुलहठी स्वाद में मधुर, शीतल, पचने में भारी, स्निग्ध और शरीर को बल देनेवाली होती है, इन गुणों के कारण यह बढ़े हुए तीनों दोषों को शांत करती है. बढ़े हुए कफ से गला, नाक, छाती में जलन हो जाने जैसी अनुभूति होती है, तब मुलहठी को शहद में मिलाकर चटाने से बहुत फायदा होता है. बड़ों के लिए मुलहठी के चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते हैं. शिशुओं के लिए मुलहठी के जड़ को पत्थर पर पानी के साथ 6-7 बार घिसकर शहद या दूध में मिलाकर दिया जा सकता है. यह स्वाद में मधुर होने के कारण प्रायः सभी बच्चे बिना झिझक के इसे चाट लेते हैं. मुलहठी बुद्धि को भी तेज करती है. अतः छोटे बच्चों के लिए इसका उपयोग नियमित रूप से कर सकते हैं.